“अब कहे कौन”…..? यातायात ठीक ठाक चल रहा है … आशुतोष सिंह
गुरु आप तो पक्के गुरुओं के गुरु निकले, चित भी आपकी पट भी आपका वल्कर रूपी भारी वाहन अतरिक्त भार लीये हर रोज आवा जाही में जुटे हैं पर आप आँख मूंद कर बैठ गए हैं .......?
अब मूंदे काहे न चाँद, किशन, सिद्धार्थ ने कहा होगा.........?…